देश मेरा स्वर्ग भूमि है... देश मेरा स्वर्ग भूमि है...
कहां पड़ा है प्रमाद में, आगे बढ़ना सीख। देश के खातिर, जीना मरना सीखा। कहां पड़ा है प्रमाद में, आगे बढ़ना सीख। देश के खातिर, जीना मरना सीखा।
ये बात केवल अगस्त की है त्योहार तो पूरे साल चलते ये बात केवल अगस्त की है त्योहार तो पूरे साल चलते
मैं रहती हूँ जिस देश में , है उसका नाम भारत , मैं रहती हूँ जिस देश में , है उसका नाम भारत ,
नई नई तकनीकें मिलती, विघालय, संस्थान में रोजगार के बेहतर अवसर, भारत के विधान में नई नई तकनीकें मिलती, विघालय, संस्थान में रोजगार के बेहतर अवसर, भारत के विधान ...
ये जो पावन भारत भूमि है यही हमारी कर्मभूमि है। ये जो पावन भारत भूमि है यही हमारी कर्मभूमि है।